उत्तराखंड के देहरादून में बांग्लादेशी महिला के फर्जी दस्तावेज मिलने के बाद जिला प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है. इसी कड़ी में जिला प्रशासन की टीम ने तहसील परिसर स्थित रमन इंटरप्राइजेज देवभूमि जनसेवा केंद्र पर छापेमारी करते हुए सील किया है. जनसेवा केंद्र पर बिना आवेदकों के हस्ताक्षर के दस्तावेज पाए गए. इसके अलावा केंद्र में अलग-अलग सेवाओं के लिए निर्धारित दर से ज्यादा शुल्क वसूल जा रहा था. जिस पर प्रशासन ने सीलिंग की कार्रवाई की है.
बता दें कि आज यानी 30 नवंबर को जिला प्रशासन की टीम ने तहसील परिसर स्थित रमन इंटरप्राइजेज कॉमन सर्विस सेंटर (देवभूमि जनसेवा केंद्र) पर छापेमारी और निरीक्षण की कार्रवाई को अंजाम दिया. कार्रवाई के दौरान जनसेवा केंद्र पर अलग-अलग योजनाओं के आवेदन अभिलेख पाए गए, जिनमें आवेदकों के हस्ताक्षर नहीं थे. टीम ने अभिलेखों के बारे में पूछे जाने पर सेंटर में मौजूद स्टाफ जानकारी नहीं दे पाए.
साथ ही अलग-अलग प्रमाण पत्र बनाने के लिए निर्धारित शुल्क से ज्यादा वसूली करना पाया गया. 27 नवंबर से दैनिक रजिस्टर डिटेल नहीं किए जाने समेत अन्य कई अनियमितताएं पाई गई. जिस पर जिला प्रशासन ने सेंटर को सील करते हुए अग्रिम आदेशों तक केंद्र का संचालन बंद कर दिया है. जिलाधिकारी के निर्देश पर जिले के सीएससी में छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है. सीएससी केंद्रों पर अनियमितता पाए जाने पर ताला लगेगा.
गौर हो कि देहरादून में बांग्लादेशियों के मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, राशन कार्ड आदि दस्तावेज बनाने के मामले सामने आ रहे हैं. इस मामले में कॉमन सर्विस सेंटर और जन सेवा केंद्र पूरी तरह से संदिग्ध हैं. आरोप है कि मनमानी फीस लेकर वो सब कुछ दस्तावेज उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जो सामने वाला चाहता है.
वहीं, पिछले दिनों डीएम के निर्देश पर जिला प्रशासन की टीम ने सहारनपुर रोड माजरा अवस्थित देवभूमि कॉमन सर्विस सेंटर का औचक निरीक्षण और छापेमारी की कार्रवाई की थी. कार्रवाई के दौरान केंद्र में अनियमितताएं तो मिली ही, लेकिन सबसे बड़ी हैरानी वाली बात ये थी कि वहां निर्वाचन संबंधी दस्तावेज मिले. जबकि, कॉमन सर्विस सेंटर पर निर्वाचन से जुड़ा कोई कार्य नहीं होता है.