उत्तराखंड की दून पुलिस ने धरना-प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगा दिया है।शीतकालीन पर्यटन को देखकरयह निर्णय लिया गया है। क्रिसमस और न्यू ईयर सीजन में देहरादून में भारी पर्यटकों के आवागमन की संभावना है। ऐसे में प्रतिबंधित स्थानों पर धरना-प्रदर्शन, रैली और जुलूस पूरी तरह से बैन कर दिया गया है।
पुलिस का कहना है कि देहरादून में लगातार हो रहे जुलूस, रैलियां और धरना प्रदर्शन के कारण ट्रैफिक व्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हो रही है। सर्दियों में बढ़ती पर्यटकों की संख्या और शादियों के मौसम ने हालात को पहले से और ज्यादा चुनौतीपूर्ण बना दिया है। जिसके चलते बिना अनुमति कार्यक्रम आयोजित करने वालों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 223 के तहत मुकदमा दर्ज होगा। इसके तहत अगर आदेश न मानने से असुविधा या चोट लगती है तो 6 महीने तक की जेल भी हो सकती है।
पुलिस ने यह स्पष्ट किया है कि आमजन की सुविधा को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया गया है। शहर के बुद्धा चौक, एस्ले हाल चौक, दर्शन लाल चौक, घंटाघर, गांधी पार्क, परेड ग्राउंड, तहसील चौक औप कनक चौराहा जैसे संवेदनशील और भारी ट्रैफिक वाले इलाकों में नारेबाजी और प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इन स्थानों में प्रदर्शन के चलते पर्यटकों, स्कूली बच्चों और आम जनता को भारी परेशानियों को सामना करना पड़ा।